पटना म्यूजियम के पास उदयगिरि अपार्टमेंट की 14वीं मंजिल से कूदकर जान देने वाली डॉ. स्निग्धा को स्लाइका सिंड्रोम (घुटने में दर्द) से पीड़ित थी। वह इसका उपचार कराने रोज आईजीआईएमएस के फिजियोथेरेपी विभाग में आती थी।

इलाज करने वाले डॉक्टर दंपती डॉ. रत्नेश चौधरी और उनकी पत्नी डॉ. प्रियंका भी हैरान हैं कि आखिर स्निग्धा ने आत्महत्या क्यों कर ली? क्योंकि उसे तो ऐसी कोई बीमारी भी नहीं थी। डॉ. रत्नेश चौधरी ने बताया कि स्लाइका सिंड्रोम अब युवाओं में एक आम बीमारी होती जा रही है। इसमें घुटने की हड्डी घिसने लगती है, जिससे घुटने में दर्द रहता है।
 
परिजनों ने पहले उसका होम्योपैथी विधि से इलाज कराया, लेकिन राहत नहीं मिली। इसके बाद आईजीआईएमएस में उसका इलाज हो रहा था, जिससे उसे काफी आराम हुआ था।

डॉ. चौधरी के मुताबिक, शुक्रवार को उसके यहां से शादी का कार्ड आया था। शनिवार को उसने बताया था कि शाम साढ़े सात बजे फिजियोथेरेपी के लिए आएगी, नहीं आई तो लगा कि तिलकोत्सव के कारण व्यस्तता रही होगी। रविवार सुबह मीडिया से उसकी मौत की जानकारी मिली तो मैं और मेरी पत्नी हतप्रभ रह गए।

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