बिहार से बाहर कमाने के लिए खाड़ी देशों में जाने वाले कई बिहारियों की हालत बेहद खराब हैं.
मुजफ्फरपुर के तीन अल्पसंख्यक मजदूर समेत बिहार के सैकड़ों लोग कतर के दोहा शहर में फंस गये हैं. ये मजदूर कतर के सहानिया में एडवांस विजन नामक कंपनी में काम करते थे. कंपनी ने पिछले तीन माह से इनका वेतन बंद कर दिया है. बीते सप्ताह से खाना-पीना भी रोक दिया है. कंपनी के संचालक और अधिकारी कार्यालय छोड़कर फरार हो गये हैं. वहीं मजदूरों को भूखे मरने के लिए छोड़ दिया.

मजदूरों ने अपने परिजनों को कतर से वीडियो भेजकर बचा लेने की गुहार लगाई है. भेजे गए वीडियो में सैकड़ों मजदूर दिख रहे हैं, जो भारत वापस बुला लेने की गुहार लगा रहे हैं. क्योंकि लौटने के लिए भी इनके पास कोई पैसा नहीं है. मुजफ्फरपुर के मोतीपुर प्रखंड के तीन मजदूर कतर में फंसे हैं. आफताब आलम, मोहम्मद मिंटु और आबिद हुसैन मोतीपुर के ठीकहां गांव के रहने वाले हैं. इनके परिजनों का हाल काफी बुरा है. दोनों के माता-पिता दिन-रात रो-रोकर समय काट रहे हैं. क्योंकि विदेश में फंसे बच्चों को बुलाने का कोई उपाय नहीं सूझ रहा है.

इस वजह से पूरे गांव मे सन्नाटा पसरा हुआ है. रमजान का महीना आ गया है और घर का लाल संकट में फंसा है. इससे मां लगातार गम में जी रही है. उधर विदेश में फंसे मजदूर भी इस बात से परेशान हैं कि वे रोजा कैसे रखेंगे. इस मामले में जिले के डीएम ने तेजी से संज्ञान लिया है. मीडिया द्वारा सूचना मिलते ही डीएम मो सोहैल ने परिजनों से बात की. डीएम ने कहा है कि विदेश मंत्रालय की सहायता लेकर फंसे हुए मजदूरों को वापस लाया जाएगा.
इनपुट:HN18

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