सऊदी: नौकरी की तलाश में भारत से सऊदी पहुंचे 650 युवक अब फिर से अपने वतन लौटने की गुहार लगा रहे हैं. इन युवकों की हालत काफी खराब हैं. पिछले तीन महीने से सऊदी के रियाद में फंसे इन 650 युवकों ने वीडियो जारी कर मदद करने की गुहार लगाई हैं. इन्होंने वीडियो जारी कर यह बताया है कि इन सभी को रियाद में एक हॉल में करीब एक महीने से बंद कर रखा गया है. सबों ने भारत वापस आने के लिए परिजनों से टिकट भी बुक करवा ली थी. लेकिन जैसे ही ये एयरपोर्ट पर पहुंचे तो उनकी एयरपोर्ट से टिकट को भी कैंसिल करवा कर वापस हॉल में ही भेज दिया गया.

इतना ही नहीं न तो इन्हें कुछ खाने को दिया जा रहा है और न ही पीने को दिया जा रहा है. किसी से बात करते हैं तो उन्हें कुछ भी बताया नहीं जाता है. यहां पर न तो कोई सुनने वाला है और न ही कोई देखने वाला है. झुंझुनूं निवासी हसन ने बताया कि अमीर खान, जफर, शोएब खान, मोहसिन, इमरान खान, रसीद, इस्माइल, कामरे आलम, उस्मान, खुशी, अब्दुल रहीम आदि लोग उसके साथ सऊदी अरब के रियाद शहर में हैं. ज्यादातर लोग सीकर, चूरू व झुंझुनूं के रहने वाले हैं. सभी साथी एक साथ ही काम करने के लिए यहां पर तीन महीने पहले आए थे. उन्हें काफी तलाश करने के बाद भी कंपनी का पता नहीं लगा. उन्हें लगा कि कंपनी फर्जी है.

रियाद प्रशासन ने उन सभी को पकड़ कर एक हॉस्टल में भेज दिया था. वह न तो उनको जाने की व्यवस्था करवा रहे है और न ही परिजनों से बात करने देते हैं. पहले वहां पर शेखावाटी के करीब दो दर्जन युवक थे. करीब तीन महीनों में अब 650 युवकों को हॉल में लाकर रखा गया है. युवकों ने बताया उन्होंने मदद के लिए भारतीय दूतावास में भी संपर्क किया पर उन्हें कोई भी मदद नहीं मिली. ये क्यूं बेर प्रीकास्ट कंपनी लिमिटेड में सीधी भर्ती के नाम पर ठगे गये हैं. इसी कम्पनी में इन्हें 10 घंटे काम करने के बदले 1400 रियाल सऊदी अरब की करेंसी दिए जाने के लालच देकर सऊदी भेजा गया था, इससे पहले इन सबसे पासपोर्ट और वीजा के नाम पर काफी पैसे भी ऐठे गये.

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