चमकी बुखार और उससे हुई बच्चों की मौत की वजह से सुर्खियों में आए बिहार के मुजफ्फरपुर में कृष्णा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में मानव कंकाल के अवशेष मिले हैं। शनिवार को एसकेएमसीएच अस्पताल के पीछे मानव कंकाल के अवशेष मिले हैं। बता दें कि इस अस्पताल में अब तक चमकी बुखार यानी एक्यूट इंसेफलाइटिस सिंड्रोम की वजह से अब तक करीब 150 बच्चों की मौत हो चुकी है। मानव कंकाल के मिलते ही हड़कंप मच गया और तुरंत जांच टीम मौके पर पहुंची। अस्पताल के पीछे मानव कंकाल के अवशेष मिलने पर एसके शाही ने कहा कि पोस्टमॉर्टम विभाग प्राचार्य के अधीन है लेकिन इसे मानवीय दृष्टिकोण के साथ किया जाना चाहिए। मैं प्रधानाचार्य से बात करूंगा और उनसे एक जांच समिति गठित करने के लिए कहूंगा।

श्री कृष्ण मेडिकल कॉले एवं अस्पताल की जांच टीम ने उस स्थल का दौरा किया, जहां मानव कंकाल के अवशेष मिले। एसकेएमसीएच के डॉ विपिन कुमार ने कहा कि यहां मानव कंकाल के अवशेष मिले हैं। विस्तार जानकारी प्रिंसिपल द्वारा उपलब्ध कराई जाएगी। वहीं, मौके पर जांच करने पहुंचे अहियापुर थाने के एसएचओ सोना प्रसाद सिंह ने कहा कि जांच के बाद पता चला है कि लावारिस शवों को यहां जलाया जाता है। इस मामले पर अब बिहार स्वास्थ्य विभाग ने मामले की जांच के लिए आदेश दिया है।

बता दें कि उत्तर बिहार के मुजफ्फरपुर व आसपास के जिलों में चमकी बुखार (एईएस) से बच्चों की मौत का सिलसिला जारी है। शुक्रवार को 21वें दिन दो दर्जन नए मरीजों को एसकेएमसीएच व केजरीवाल अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहीं पांच बच्चे ने दम तोड़ दिया। अबतक 164 बच्चे अपनी जान गंवा चुके हैं। कुल 503 पीड़ित बच्चे सामने आ चुके हैं। इधर, सरकारी रिपोर्ट के अनुसार अबतक एसकेएमसीएच और केजरीवाल अस्पताल में कुल मिलाकर 124 मौत हुई है। एसकेएमसीएच में 104 और केजरीवाल अस्पताल में 20बच्चों ने अबतक दम तोड़ा है। फिलहाल एसकेएमसीएच के पीआईसीयू में 54 और जेनरल वार्ड में 68 बच्चे इलाजरत हैं। वहीं केजरीवाल अस्पताल में 14 बच्चों का इलाज चल रहा है।

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