पाकिस्तान की राजधानी में अलग-अलग हिस्सों में कई भारत का समर्थन करने वाले बैनर दिखाई दिए। भारत सरकार द्वारा सोमवार को जम्मू कश्मीर का विशेष राज्य का दर्जा खत्म करने के बाद यहां नेशनल असेंबली के पास यह पोस्टर दिखाई दिए। इन बैनरों पर शिवसेना के नेता संजय राउत का वो बयान लिखा था जिसमें कहा गया था ‘आज जम्मू-कश्मीर लिया है, कल बलूचिस्तान, पीओके लेंगे। मुझे विश्वास है कि देश के प्रधानमंत्री अखंड हिन्दुस्तान का सपना पूरा करेंगे।
 
बता दें कि सोमवार को जम्मू कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा खत्म करते हुए कहा कि कश्मीर एक द्विपक्षीय मुद्दा नहीं है, बल्कि एक आंतरिक है। पाकिस्तान ने इस कदम की कड़ी निंदा की और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर इस मुद्दे को उठाने की बात कही है। ये बैनर पाकिस्तानी संसद और प्रधानमंत्री इमरान खान के निवास से कुछ सौ मीटर की दूरी पर लगाए गए थे। ‘अखंड भारत’ या अविभाजित भारत साथ ही इनपर लिखा गया था कि पाकिस्तान और बांग्लादेश भारत का हिस्सा है। बता दें कि यह अखंड भारत राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, हिंदू-राष्ट्रवादी संगठन के मुख्य लक्ष्यों में से एक रहा है। साथ ही य बीजेपी का भी उद्देश्य रहा है। इस बैनर में शिवसेना सांसद संजय राउत की टिप्पणी भी लिखी गई है।

इन बैनरों को इस्लामाबाद में नेशनल प्रेस क्लब के सामने एक व्यस्त सड़क पर बिजली के खंभे पर लगाए गए थे। कहा जा रहा है कि इन्हें रातों-रात लगा दिया गया था। सुबह होने पर सबसे पहले अपने काम पर जा रहे स्थानीय लोगों ने इन्हें देखा था। साजिद महमूद नाम के एक व्यवसायी ने सबसे पहले इन बैनर को देखा। इसके बाद उन्होंने इसका एक वीडियो बनाया और फिर उसे ट्विटर और फेसबुक पर पोस्ट कर दिया। देखते ही देखते दो मिनट का ये वीडियो वायरल भी हो गया। इसके बाद पाकिस्तान की कानून-प्रवर्तन एजेंसियों ने तुरंत पोस्टरों को हटाने का आदेश दिया। शहर के पुलिस अधीक्षक अमीर खान ने संवादाता को बताया कि राजधानी क्षेत्र की पुलिस ने बैनर हटा दिए हैं और यह पता लगाने के लिए एक जांच शुरू कर दी है कि ऐसा किसने किया था।
 
इस्लामाबाद के मुख्य आयुक्त के प्रवक्ता ने मंगलवार देर रात कहा कि दोषियों की पहचान होने पर मीडिया को जानकारी दी जाएगी। बैनरों के बारे में खबर से इस्लामाबाद के निवासियों में गुस्सा फूट पड़ा। उन्होंने सवाल किया कि इस्लामाबाद में किस तरह इस कार्रवाई को अंजाम दे सकता है।

स्थानीय लोगों ने कहा कि यह हमारी कानून व्यवस्था की विफलता है कि इस्लामाबाद में इस तरह के बैनर लगाए गए हैं और हम उन्हें रोक नहीं पाए। इस्लामाबाद जिला मजिस्ट्रेट ने इस पर ध्यान देते हुआ महानगर निगम को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए पूछा कि बैनरों को हटाने में उन्हें पांच घंटे क्यों लगे। बता दें कि पत्रकार जब नकी तस्वीर लेने के लिए वहां पहुंचे तो उन्हें वहीं रोक दिया गया। पुलिस ने कुछ लोगों को पकड़ा जिन्होंने इसकी वीडियो या तस्वीर क्लिक की थी और उनके फोन से ये सब डिलीट करवा दिया। फिलहाल बैनर हटा दिए गए हैं और पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।

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