रविवार की शाम देश के कई राज्यों में एक बार फिर आंधी-तूफान ने कहर बरपाया। उत्तर से दक्षिण भारत तक आई आंधी ने 48 लोगों की जान ले ली वहीं कई घायल हो गए। अकेले उत्तर प्रदेश में 23 लोगों की मौत हो गई वहीं पश्चिम बंगाल में चार बच्चों समेत 12 जबकि आंध्र प्रदेश में 9 और हरियाणा में दो लोगों की जान चली गई। इनके अलावा दिल्ली में एक महिला समेत दो की मौत हो गई और 18 अन्य घायल हुए हैं।
 
 
आंधी-बारिश से इतनी मौतों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी समेत कई नेताओं ने शोक संवेदना व्यक्त की है। मौसम विभाग ने दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, झारखंड, मिजोरम, असम, तमिलनाडु, कर्नाटक और केरल में अगले दो-तीन दिनों तक तेज हवाओं और तूफान का अंदेशा जताया है।
 
 
दिल्ली में चली 109 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा
दिल्ली में 109 किमी. प्रति घंटे की रफ्तार से चली धूल भरी आंधी के कारण दिन में ही अंधेरा हो गया। इससे आइजीआइ एयरपोर्ट पर विमान सेवा लगभग आधे घंटे ठप पड़ गई। लगभग 70 उड़ानों को डायवर्ट करना पड़ा। दर्जनभर उड़ानों में देरी हुई। यही नहीं, मेट्रो लाइन पर पेड़ गिरने और सिग्नल प्रणाली में खामी आने से मेट्रो का परिचालन भी बंद करना पड़ा। नोएडा सेक्टर 16 से नोएडा सिटी सेंटर तक डेढ़ घंटे तक मेट्रो परिचालन बंद रहा। जबकि कई अन्य लाइनों पर 40 मिनट तक मेट्रो के पहिए थमे रहे।
 
 
उप्र में सर्वाधिक मौत, आग से पूरा गांव जला
आंधी-तूफान से सर्वाधिक मौतें उप्र में हुईं। इनमें पांच कासगंज, तीन बुलंदशहर, दो-दो सहारनपुर और गाजियाबाद, एक-एक मौत इटावा, अलीगढ़, कन्नौज, हापुड़, नोएडा और संभल में हुई। अन्य स्थानों पर भी पांच लोगों की मौत हो गई। उधर, संभल जिले के रजपुरा थाना क्षेत्र के चाऊपुर में आंधी के दौरान अचानक आग लग गई।
 
 
कुछ ही देर में आग ने पूरे गांव को अपनी चपेट में ले लिया। देखते ही देखते पूरा गांव जलने लगा। ग्रामीण अपनी जान बचाने के लिए घर से भाग निकले। आग से ट्रैक्टर ट्राली, अनाज, कपड़े, बर्तन समेत कई लाख रुपये का सामान जलकर नष्ट हो गया। एक दर्जन से अधिक पशु भी जल गए। गांव के कुछ बच्चे भी गायब हैं, जिनकी तलाश की जा रही है।
 
 
मथुरा में भाजपा सांसद हेमा मालिनी के काफिले के सामने पेड़ गिरने से रास्ता बंद हो गया। प्रशासनिक अधिकारियों ने कड़ी मशक्कत के बाद पेड़ को रास्ते से हटवाया। वहीं बुलंदशहर में दिल्ली-कानपुर हाईवे पर तूफान की वजह से कई वाहन पलट गए और एक-दूसरे पर गिर पड़े।
 
 
हरियाणा में भी बिगड़ा मौसम, दो की मौत

हरियाणा के कैथल, नूंह, रोहतक सहित कई जिलों में रविवार को तेज आंधी के साथ बारिश हुई। रोहतक और कैथल में ओले भी गिरे। हालांकि, इससे गर्मी से तो राहत मिली, लेकिन जनजीवन प्रभावित हुआ। राज्य में दो लोगों की मौत हो गई। एक की झच्जर में तो दूसरे की पलवल में मौत हो गई।
 
 
पारा गिरा

मौसम बदलने से तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई। दिल्ली में रविवार को दिन का जो तापमान 40.60 डिग्री था, वह शाम में घटकर 30 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। वैसे दिल्ली के पांडव नगर में पेड़ गिरने से एक महिला की मौत हो गई। वहीं जैतपुर इलाके में घर लौट रहे एक व्यक्ति की तीसरी मंजिल से ईंट गिर जाने से मौत हो गई। दिल्ली पुलिस को आंधी-तूफान के बाद 189 पेड़ और 40 खंबे गिरने की सूचना मिली।

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