सऊदी अरब: दुनिया में खासी सुर्खियां बटोर रहे खाशोगी मर्डर (Jamal Khashoggi murder) के बाद सऊदी अरब के प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान (Mohammad Bin Salman) की गद्दी खतरे में पड़ सकती है।
 
 
दरअसल, सऊदी अरब की रॉयल फैमिली के कुछ मेंबर ही उन्हें किंग बनाए जाने का विरोध कर रहे हैं। सीएनबीसी ने सूत्रों के हवाले से एक रिपोर्ट पब्लिश की है। गौरतलब है कि वाशिंगटन पोस्ट के पत्रकार जमाल खगोशी 2 अक्टूबर को तुर्की के इस्तांबुल में स्थित सऊदी अरब के दूतावास गए, लेकिन वहां उनकी हत्या कर दी गई। इस मामले में सऊदी प्रिंस सलमान पर उंगलियां उठ रही हैं।
 

प्रिंस सलमान के खिलाफ लिखने पर हत्या के आरोप
सऊदी अरब के नागरिक रहे खशोगी वॉशिंगटन पोस्ट के लिए लिखते थे। उनके सऊदी के शाही परिवार से अच्छे रिश्ते थे, लेकिन बीते कुछ महीनों से वे प्रिंस सलमान के खिलाफ लिख रहे थे। हत्या के इस मामले से संबंध रखने वाले कुल 21 अधिकारियों को हिरासत में रखा गया है। इनमें से 11 का नाम जांच के दौरान सामने आया था।
 

 
दर्जनों प्रिंस और चचेरे भाई कर रहे विरोध
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस घटना में नाम सामने आने के बाद सऊदी की प्रतिष्ठित अल सॉद फैमिली की कई पावरफुल ब्रांच से संबंधित दर्जनों प्रिंस और चचेरे भाई सऊदी प्रिंस के खिलाफ सामने आ गए हैं। सूत्रों ने कहा कि फैमिली उत्तराधिकार प्लान में बदलाव चाहती है, लेकिन 82 वर्षीय किंग सलमान के जीवित रहने तहत ऐसा नहीं किया जाएगा। किंग सलमान, प्रिंस के पिता हैं। उन्होंने माना कि किंग के अपने चहेते बेटे के खिलाफ कदम उठाने की उम्मीद कम है।
 

 
किंग सलमान के छोटे भाई को ताज सौंपने की चर्चा
हालांकि सूत्रों ने कहा कि वे अन्य फैमिली मेंबर्स के साथ किंग की मृत्यु के बाद उनके छोटे भाई 76 वर्षीय प्रिंस अहमद बिन अब्दुलअजीज को ताज सौंपने पर चर्चा कर रहे हैं। प्रिंस अहमद, किंग सलमान के एक मात्र जीवित छोटे भाई हैं। सऊदी के सूत्रों ने कहा कि उन्हें फैमिली मेंबर्स, सेना और कुछ वेसर्टन पावर्स का भी सपोर्ट मिलेगा।
 

 
 
प्रिंस अहमद कर चुके हैं विरोध
प्रिंस अहमद ढाई महीने का समय विदेश में बिताकर सऊदी अरब लौटे हैं। ट्रिप के दौरान उन्होंने इस मसले पर सऊदी लीडरशिप की आलोचना भी की। वह 2017 में क्राउन प्रिंस का नाम चुनने वाली तीन सदस्यीय काउंसिल के अकेले ऐसे सदस्य थे, जिन्होंने प्रिंस के नाम पर विरोध दर्ज कराया था। हालांकि इस मसले पर प्रिंस अहमद और न ही उनके प्रतिनिधियों से टिप्पणी मिल सकी।
 
 
हाउस ऑफ सॉद में शामिल हैं सैकड़ों प्रिंस
हाउस ऑफ सॉद में सैकड़ों प्रिंस शामिल हैं। यूरोपियन रॉयल फैमिली की तुलना में यहां पिता के बड़े बेटे को किंग नहीं चुना जाता। बल्कि यहां पर रॉयल फैमिली की पुरानी परंपराओं की तर्ज पर किंग और हर ब्रांच के सीनियर फैमिली मेंबर किंग के लिए सबसे ज्यादा उचित वारिस के नाम पर मुहर लगाते हैं। सऊदी की रॉयल फैमिली में लगभग 15,000 मेंबर हैं, लेकिन इनमें से 2 हजार लोगों के ग्रुप के पास ही पूरी पावर और दौलत है।

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