अमेरिका की फ्लाइट में महिला सहयात्री का यौन शोषण करने के मामले में भारतीय मैनेजर को वहां की एक जिला अदालत ने दोषी पाया है। 35 साल के मैनेजर प्रभु राममूर्ति जिला जज टेरेंस बर्ग ने दोषी पाते हुए उम्रकैद की सजा सुनाई है। अगर राममूर्ति की रिहाई भी होती है तो उसे तुरंत भारत भेज दिया जाएगा। ये मामला सात महीने पुराना है, जिसमें फैसला आया है। राममूर्ति दो साल से यूएस में एक आईटी कंपनी में काम रहा था।

पत्नी भी बराबर में बैठी थी
लास वेगास से डेट्रोइट जा रही फ्लाइट में 22 वर्षीय लड़की ने प्रभु राममूर्ति पर आरोप लगाया था कि जब वो सो रही थीं तब शख्स ने उन्हें गलत तरीके से छूते हुए अपनी उंगलियां उनकी पैंट के अंदर डालीं। इस दौरान राममूर्ति की पत्नी भी उसके बराबर में बैठी थी। लड़की ने कहा कि जब उसने अपनी आँखें खोलीं तो आरोपी ने उसे छूना बंद कर दिया।

लड़की की ब्रा में डाला था हाथ
खिड़की वाली सीट पर बैठी लड़की ने बताया कि जब नींद से जागी तो उसने देखा कि उसकी शर्ट और पैंट के बटन खुले हुए हैं और शख्स के हाथ उसके प्राइवेट पार्ट्स में हैं। लड़की ने तुरंत फ्लाइट अटेंडेंट से उसकी शिकायत की। अधिकारियों ने इस बात के लिए लड़की की हिम्मत दिखाकर शिकायत करने के लिए तारीफ की।

सात महीने की सुनवाई के बाद सजा
आरोपी ने अपनी सफाई में कहा था कि वो फ्लाइट के दौरान सो रहा था और उसे नहीं मालूम कि नींद में उसका हाथ कहां चला गया। उसने ये भी कहा कि लड़की उसके करीब सो गई थी। बाद में एफबीआई एजेंट के सामने कबूला कि उसने लड़की की ब्रा खोली और उसके ब्रेस्ट्स भी छुए। प्रभु राममूर्ति ने ये भी कबूला कि उसने लड़की के प्राइवेट पार्ट्स में को छुआ था। पूछताछ के बाद रामूर्ति को कोर्ट में पेश किया गया और सात महीने की सुनवाई के बाद अदालत ने उसे सजा सुनाई है।

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