एक 84 वर्षीय पूरी तरह से लकवाग्रस्त भारतीय व्यक्ति, उनकी 74 वर्षीय पत्नी और उनके परिवार के अन्य सदस्यों को शनिवार की रात देर से अबू धाबी में भीषण आग की चपेट में आ गये. वहीँ सिविल डिफेंस अधिकारियों ने तुरंत रेस्क्यू शुरू कर भातीय परिवार को आग से बताया. अबू धाबी के नौसेना गेट क्षेत्र में एक आवासीय परिसर में यह लगी. आग लगने के दौरान बिल्डिंग के सभी निवासियों को बाहर निकाला गया.

खलीज टाइम्स के मुताबिक, लंबे समय से अबू धाबी निवासी सजू जॉर्ज जॉन, उनकी पत्नी कोचुमोल मैथ्यू, उनके चार बच्चे और उनके बुजुर्ग माता-पिता कई सालों से अपार्टमेंट में रह रहे हैं. एक निकासी के दौरान, जॉन के पिता 2013 से लकवाग्रस्त हो गए थे. उन्होंने देखा की बुल्डिंग में आग लग रही है.
 
भारतीय परिवार ने बताया कि, बिल्डिंग में यह आग देर रात लगी और बिल्डिंग की लिफ्ट बंद हो गयी. यह पांच मंजिला इमारत है, और सौभाग्य से, हम दूसरी मंजिल पर रहते हैं.  किसी तरह हम सब थोड़ा थोड़ा आग की लपटों से खुद को बचाते रहे.
 

‘मैंने वर्षों के बाद पिताजी की आवाज़ सुनी’

जब परिवार ने मदद के लिए चिल्लाना शुरू कर दिया. “यह एक डरावना पल था क्योंकि इस दौरान में मेरे ईटा की भी आवाज़ वापिस आ गयी.
 
भारतीय शख्स, जॉन ने कहा कि, “सौभाग्य से, उस समय किसी ने मुख्य दरवाजा खोला था, और नागरिक रक्षा अधिकारियों ने मदद के लिए हमारी चिल्लाने की आवाज़ सुन ली वह होरां मदद के लिए आ गये. कुछ अधिकारी सीढ़ियों पर पहुंचे और तुरंत मेरे पिता, मेरी मां और हमें सुरक्षा के लिए ले गए.” सौभाग्य से, उनके पिता को केवल सिर के घावों का सामना करना पड़ा, और कोई भी चोट आंतरिक नहीं आई.
 
उन्होंने कहा, “हमारी मां हमारे पासपोर्ट और अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेज लेकर दौड़ने लगी.” जॉन ने कहा, “लेकिन धूम्रपान इतना ज्यादा था कि उन्हें सांस लेने में परेशानी होने लगी. तभी उन्हें खलीफा अस्पताल ले जाया गया अब उनकी हालत पहले बेहतर है

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