अभी अभी पूरा देश शोक में डूब गया है, क्योंकि आज देश ने दिग्गज नेता और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को खो दिया है. पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की तबीयत बेहद नाजुक थी. 93 वर्ष की उम्र में उनका निधन हो गया. वाजपेयी पिछले दो महीने से नई दिल्ली के एम्स अस्पताल में भर्ती थे, लेकिन पिछले 36 घंटे में उनकी हालत और खराब हुई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को उनका हाल जानने एम्स पहुंचे थे, वहीं गुरुवार को उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह समेत अन्य नेता वहां पहुंचे.

एम्स के बुलेटिन जारी करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एम्स अस्पताल पहुंचे थे. पीएम मोदी करीब 50 मिनट तक एम्स में रहे. प्रधानमंत्री के अलावा कई और केंद्रीय मंत्रियों ने अस्पताल जाकर वाजपेयी के हेल्थ की जानकारी ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, अश्विनी कुमार चौबे, सुरेश प्रभु, हर्षवर्धन, जितेंद्र सिंह एम्स पहुंचे थे.

गुरुवार सुबह उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू, गृहमंत्री राजनाथ सिंह, अमित शाह, लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी भी एम्स अस्पताल पहुंचे. कुछ देर में अरविंद केजरीवाल, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी पूर्व प्रधानमंत्री वाजपेयी का हाल जानने एम्स जाएंगे.

93 वर्षीय पूर्व प्रधानमंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता वाजपेयी बीते 11 जून से अस्पताल में भर्ती हैं. इससे पहले भी पीएम मोदी ने 29 जून को एम्स पहुंचकर वाजपेयी की सेहत का जायजा लिया था. वाजपेयी को गुर्दा (किडनी) नली में संक्रमण, छाती में जकड़न, मूत्रनली में संक्रमण आदि के बाद 11 जून को एम्स में भर्ती कराया गया था. बता दें कि अटल बिहारी वाजपेयी डिमेंशिया नाम की गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं और 2009 से ही व्हीलचेयर पर हैं. कुछ समय पहले भारत सरकार ने उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया गया.

अटल बिहारी वायपेयी 1991, 1996, 1998, 1999 और 2004 में लखनऊ से लोकसभा सदस्य चुने गए थे. वो बतौर प्रधानमंत्री अपना कार्यकाल पूर्ण करने वाले पहले और अभी तक एकमात्र गैर-कांग्रेसी नेता हैं. 25 दिसंबर, 1924 में जन्मे वाजपेयी ने भारत छोड़ो आंदोलन के जरिए 1942 में भारतीय राजनीति में कदम रखा था.

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