कतर ने एक बड़ा फैसला लेकर सबको चौंका दिया है। कतर ने कहा है अगले वर्ष यानि 2019 से वह तेल उत्पादक देशों के संगठन ओपेक (OPEC) से अलग हो जाएगा। यह जानकारी कतर के ऊर्जा मंत्री साद अल-काबी ने दी है। उन्होंने कहा है कि अब उनका देश गैस प्रोडक्शन पर ध्यान केंद्रित करेगा, जिसे देखते हुए ही यह फैसला लिया गया है। हालांकि कतर तेल का उत्पादन करता रहेगा।

करता रहेगा यह काम
काबी ने दोहा में एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कहा, ‘कतर ने ओपेक से अपनी मेंबरशिप वापस लेने का फैसला किया है, जो जनवरी 2019 से प्रभावी होगा।’ उन्होंने कहा कि कतर आगे भी तेल का उत्पादन करता रहेगा, लेकिन गैस प्रोडक्शन पर उसका ज्यादा जोर रहेगा। कतर दुनिया में लिक्विफाइड नैचुरल गैस (एलएनजी) का सबसे बड़ा एक्सपोर्टर है। उन्होंने कहा कि कि तेल में कतर के लिए ज्यादा संभावनाएं नहीं है और यह हकीकत है।

सऊदी अरब पर लगा यह आरोप
काबी ने कहा कि कतर ने इस घोषणा से पहले ही सोमवार को अपने फैसले के बारे में ओपेक को बता दिया था। कतर ओपेक से 1961 में जुड़ा था। सऊदी अरब ओपेक की अगुआई करता रहा है। सऊदी अरब की अगुआई में कई देश जून, 2017 से ही कतर की घेराबंदी करने में लगे हुए हैं।

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